Caller Name Display Feature 2026:- आज के डिजिटल युग में मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अभिन्न अंग बन चुका है. हर दिन सैकड़ों कॉल्स आती-जाती हैं, लेकिन कई बार अनजान नंबरों से आने वाली कॉल्स हमें परेशान कर देती हैं. क्या होगा अगर हर Incoming Call पर कॉल करने वाले का नाम सीधे स्क्रीन पर दिखने लगे? जी हां, यह सपना अब हकीकत बनने जा रहा है, Caller Name Display Feature 2026 के बारे में पूरी जानकारी हम इस लेख में प्रदान करने बाले हैं.
भारत सरकार द्वारा लॉन्च किया जा रहा नया “Caller Name Display Feature 2026″ इसी उद्देश्य से शुरू किया जा रहा है. यह सुविधा न केवल Spam Calls से बचाव करेगी, बल्कि कॉलर की पहचान को और अधिक पारदर्शी बनाएगी. इस लेख में हम इस फीचर के बारे में विस्तार से जानेंगे – यह क्या है, कैसे काम करेगा, कब लागू होगा और इसके फायदे क्या हैं.
यदि आप जानना चाहते हैं की Government’s New Caller ID Feature क्या है और कब लॉन्च होने जा रहा है तो इस लेख को ध्यानपूर्वक अंत तक जरुर पढ़ें.
Caller Name Display Feature 2026 – Highlights
| Article Name | Caller Name Display Feature 2026 |
| Authority | Government of India |
| Department Name | Telecom Regulatory Authority of India (TRAI) and Department of Telecommunications (DoT) |
| Launching Date | March 2026 |
| Update Name | Caller Name Display |
| Post Type | Government’s New Caller ID Feature |
| Official Website | www.india.gov.in |
Government’s New Caller ID Feature: अब मोबाइल पर दिखेगा कॉलर का असली नाम, टेस्टिंग शुरू – सरकार का नया Caller ID System लागू – Caller Name Display Feature 2026
यह फीचर भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) और दूरसंचार मंत्रालय (DoT) के संयुक्त प्रयासों से विकसित किया जा रहा है. वर्तमान में, अनजान नंबर्स की पहचान के लिए हमें थर्ड-पार्टी ऐप्स जैसे Truecaller पर निर्भर रहना पड़ता है, जो कई बार गोपनीयता संबंधी जोखिम पैदा करते हैं. लेकिन अब सरकार का यह नया कॉलर आईडी सिस्टम Caller Name Display Feature 2026 इन सब परेशानियों को दूर कर देगा.
आपकी जानकारी के लिए बता दें भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) और टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के प्रयासों से ‘Caller Name Presentation’ (CNAP) फीचर को मंजूरी मिल चुकी है. वोडाफोन आइडिया ने हरियाणा सर्कल में इसकी पायलट टेस्टिंग शुरू कर दी है, जबकि रिलायंस जियो भी जल्द हीं इसमें शामिल होने वाली है.
Caller Name Display Feature 2026: CNAP फीचर क्या है?
CNAP एक उन्नत नेटवर्क-आधारित सुविधा है जो इनकमिंग कॉल के दौरान कॉल करने वाले व्यक्ति का नाम प्राप्तकर्ता के मोबाइल स्क्रीन पर स्वचालित रूप से प्रदर्शित करेगी. अभी तक हम Caller ID या TrueCaller जैसी ऐप्स पर निर्भर रहते हैं, लेकिन CNAP टेलीकॉम ऑपरेटर्स के स्तर पर काम करेगा.
इसका मतलब है कि कॉल आने पर न केवल नंबर, बल्कि नाम भी तुरंत दिखेगा, जिससे उपयोगकर्ता बिना कॉल उठाए ही पहचान सकेगा कि कॉल महत्वपूर्ण है या स्कैम कॉल्स है. यह फीचर डिफॉल्ट रूप से सभी यूजर्स के लिए सक्रिय होगा, लेकिन अगर कोई व्यक्ति अपनी गोपनीयता के कारण इसे बंद करना चाहे, तो वह अपने सर्विस प्रोवाइडर के माध्यम से डिसेबल कर सकता है.

न्यूज रिपोर्ट के अनुसार DoT के एक अधिकारी ने कहा, यह सर्विसेज स्वचालित रूप से सभी को दी जानी चाहिए, ताकि धोखाधड़ी और साइबर अपराधों पर लगाम लगाई जा सके. TRAI ने फरवरी 2024 में शुरू में इसे केवल इच्छुक यूजर्स के लिए सुझाया था, लेकिन DoT के आग्रह पर अब इसे सभी के लिए डिफॉल्ट बनाने का फैसला लिया गया है.
Caller Name Display Feature 2026: मुख्य विशेषताएं
कॉलर नेम डिस्प्ले फीचर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह Truecaller जैसा काम करेगा, लेकिन सरकारी स्तर पर प्रमाणित और सुरक्षित होगा. –
- चाहे कॉलर का नंबर आपके फोन में सेव हो या न हो, कॉल आने पर स्क्रीन पर कॉलर का पूरा नाम दिखाई देगा. उदाहरण के लिए, अगर कोई नया नंबर कॉल करे, तो उसके बजाय “राहुल कुमार” जैसा नाम दिखेगा.
- नाम सिम कार्ड के KYC दस्तावेजों (जैसे आधार कार्ड) पर आधारित होगा. यानी, सिम जिस नाम से जारी हुई है, वही नाम कॉल के दौरान रिसीवर को दिखेगा. इससे फर्जी पहचान की संभावना लगभग शून्य हो जाएगी.
- TRAI के अनुसार, यह सिस्टम फर्जी कॉल्स, टेलीमार्केटिंग और स्कैम कॉल्स को पहचानने में मदद करेगा. कॉलर का नाम न दिखने पर या संदिग्ध होने पर उपयोगकर्ता कॉल को आसानी से इग्नोर कर सकेगा.
- थर्ड-पार्टी ऐप्स की निर्भरता खत्म हो जाएगी. यह फीचर सीधे मोबाइल नेटवर्क के माध्यम से एकीकृत होगा, जो गोपनीयता को मजबूत बनाएगा.
- यह सुविधा सभी 4G और 5G नेटवर्क पर उपलब्ध होगा.
Benefits of Caller Name Display Feature 2026
यह सुविधा Caller Name Display Feature 2026 न केवल उपयोगकर्ताओं के लिए सुविधाजनक होगी, बल्कि पूरे टेलीकॉम सेक्टर में क्रांति लाएगी. यहां कुछ प्रमुख लाभ हैं.
- अनजान कॉल्स से होने वाले घोटालों (जैसे फिशिंग या लोन स्कैम) से बचाव होगा. TRAI के आंकड़ों के अनुसार, भारत में प्रतिदिन लाखों स्पैम कॉल्स आती हैं, जो इस फीचर से 70% तक कम हो सकती हैं.
- नाम सीधे दिखने से कॉलर को गूगल करने या ऐप चेक करने की जरूरत नहीं होगी. खासकर बुजुर्गों और व्यस्त पेशेवरों के लिए यह Caller Name Display Feature उपयोगी साबित होगा.
- सरकारी सिस्टम होने से डेटा लीक का खतरा कम होगा. थर्ड-पार्टी ऐप्स में आपका कॉल लॉग शेयर होता है, लेकिन यहां केवल KYC नाम हीं साझा होगा.
- सभी ऑपरेटरों पर एक हीं सिस्टम लागू होने से कॉलिंग अनुभव समान रहेगा.
Caller Name Display Feature 2026: CNAP कैसे काम करेगा?
जब कोई कॉल आएगी, तो रिसीविंग डिवाइस पर कॉलर का नाम KYC रिकॉर्ड के आधार पर तुरंत डिस्प्ले हो जाएगा. व्यक्तिगत यूजर्स के लिए यह सिम रजिस्ट्रेशन का नाम दिखाएगा, जबकि टेलीमार्केटर्स, टोल-फ्री नंबर्स या बल्क यूजर्स (जैसे कंपनियां) के लिए संगठन या कंपनी का नाम दिखेगा. बल्क यूजर्स को अपनी पसंद का नाम चुनने का विकल्प भी मिल सकता है.
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टेलीकॉम ऑपरेटर्स सेंट्रलाइज्ड डेटाबेस की लोकल कॉपीज रखेंगे, जिससे प्रोसेसिंग तेज होगी. यूजर्स को डिफॉल्ट रूप से यह सर्विस मिलेगी, लेकिन वे इसे ऑप्ट-आउट करके बंद करवा सकते हैं. इसके लिए उन्हें अपने सर्विस प्रोवाइडर से संपर्क करना होगा. शुरुआत में यह केवल 4G और 5G डिवाइसेस पर उपलब्ध होगा.
Caller Name Display Feature 2026: कब लागु होगा New Caller ID Feature
वोडाफोन आइडिया ने हरियाणा सर्कल में CNAP की पायलट टेस्टिंग शुरू कर दी है, जहां चुनिंदा यूजर्स पर इसका परीक्षण किया जा रहा है. रिलायंस जियो भी इसी सर्कल में टेस्टिंग को जल्द हीं आरंभ करने वाली है. यदि टेस्ट सफल रहा, तो DoT ने पूरे देश में चरणबद्ध तरीके से रोलआउट करने की योजना बनाई है. लक्ष्य है कि 31 मार्च 2026 तक यह सुविधा सभी टेलीकॉम सर्कल्स में उपलब्ध हो जायेगा.

सरकार का यह कदम भारत में बढ़ते साइबर फ्रॉड को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है. हर साल लाखों लोग फर्जी कॉल्स के शिकार हो रहे हैं, जहां अनजान नंबर्स से बैंक डिटेल्स या पर्सनल जानकारी मांगी जाती है. CNAP से पारदर्शिता बढ़ेगी और यूजर्स सुरक्षित महसूस करेंगे.
Caller Name Display Feature 2026: कौन से डिवाइस और नेटवर्क पर काम करेगा?
CNAP केवल 4G और 5G नेटवर्क वाले डिवाइस पर उपलब्ध होगा. पुराने 2G या 3G नेटवर्क्स पर यह काम नहीं करेगा, क्योंकि इनमें नाम प्रदर्शन की तकनीकी क्षमता नहीं है. हालांकि, जैसे-जैसे 5G का विस्तार हो रहा है, अधिकांश यूजर्स इससे लाभान्वित होंगे. एंड्रॉयड और iOS दोनों प्लेटफॉर्म्स पर यह सपोर्टेड होगा.
Caller Name Display Feature 2026 की चुनौतियां
CNAP को लागू करने में कुछ चुनौतियां जरूर हैं. टेलीकॉम ऑपरेटर्स को इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करना होगा, जैसे सेंट्रलाइज्ड डेटाबेस बनाना और लोकल कॉपीज अपडेट रखना. ऑपरेटर्स के बीच डेटा शेयरिंग बढ़ेगी, जो तकनीकी रूप से जटिल हो सकती है. इसके अलावा, ऑप्ट-आउट मॉडल के तहत यूजर्स को सक्रिय रूप से सर्विस बंद करवानी पड़ेगी, जो कुछ लोगों के लिए असुविधाजनक हो सकता है.
- पुराने फोन मॉडल्स में भी यह फीचर सपोर्ट न करने की समस्या हो सकती है.
- कुछ यूजर्स नाम छिपाने की मांग कर सकते हैं, जिसके लिए ऑप्ट-आउट विकल्प उपलब्ध होगा.
- अगर सिम रजिस्ट्रेशन में गलत नाम दिया गया हो, तो गलत जानकारी दिख सकती है.
- साथ हीं, टेस्टिंग के दौरान तकनीकी गड़बड़ियां आ सकती हैं, लेकिन DoT ने इन्हें दूर करने के लिए तैयारियां की हैं
गोपनीयता के लिहाज से, KYC डेटा शेयरिंग से कुछ चिंताएं उठ सकती हैं. हालांकि, TRAI ने इसे सुरक्षित बताया है, क्योंकि डेटा केवल नाम तक सीमित रहेगा और यूजर्स को कंट्रोल का अधिकार मिलेगा.
निष्कर्ष
कॉलर नेम डिस्प्ले फीचर 2026 न केवल तकनीकी उन्नति है, बल्कि उपयोगकर्ता सुरक्षा का प्रतीक भी है. यदि आप भी स्पैम कॉल्स से परेशान हैं, तो यह न्यू फीचर Caller Name Display Feature 2026 आपके फोन को और स्मार्ट बना देगा. 31 मार्च 2026 से आपकी हर कॉल सुरक्षित और पारदर्शी हो जाएगी. यदि आपका KYC अपडेटेड नहीं है, तो तुरंत चेक कर लें. TRAI की यह पहल न केवल यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाएगी, बल्कि थर्ड-पार्टी ऐप्स पर निर्भरता भी कम करेगी.
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FAQ’s – New Caller ID Feature
Q. यह नई कॉलर आईडी सुविधा क्या है?
उत्तर:- यह ‘कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन’ (CNAP) नाम की सुविधा है, जो आने वाले कॉल पर कॉलर का रजिस्टर्ड नाम दिखाएगी.
Q. Caller Name Display Feature 2026 यह फीचर कब लॉन्च होगा?
उत्तर:- 2026 की शुरुआत में चरणबद्ध तरीके से, और 31 मार्च 2026 तक पूरे देश में लागू हो जाएगा.
Q. CNAP क्या है?
उत्तर:- CNAP यानी कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन, एक सिस्टम है जो कॉल आने पर कॉलर का नाम KYC रिकॉर्ड्स से दिखाता है.
Q. क्या Caller Name Display Feature सभी फोन्स पर काम करेगा?
उत्तर:- शुरू में केवल 4G और 5G डिवाइसेस पर, 2G यूजर्स को बाहर रखा जाएगा.
Q. Caller Name Display Feature 2026 के फायदे क्या हैं?
उत्तर:- स्पैम और फ्रॉड कॉल्स कम होंगे, कॉलर की पहचान आसान होगी, और समय बचेगा.
Q. क्या यह ट्रू कॉलर जैसे ऐप्स की तरह काम करेगी?
उत्तर:- नहीं, यह नेटवर्क-बेस्ड है, जबकि ऐप्स थर्ड-पार्टी डेटा पर निर्भर होते हैं.
Q. क्या विदेशी नंबर्स पर काम करेगा?
उत्तर:- अंतरराष्ट्रीय कॉल्स पर सीमित हो सकती है, केवल भारतीय KYC वाले पर.
Q. क्या इसके लिए कोई ऐप डाउनलोड करना पड़ेगा?
उत्तर:- नहीं, यह नेटवर्क स्तर पर ऑटोमैटिक एक्टिवेट हो जाएगा.
Q. नाम कैसे दिखाया जाएगा?
उत्तर:- सिम कार्ड के KYC दस्तावेज (जैसे आधार नाम) के आधार पर नाम दिखाया जायेगा.
Q. Jio यूजर्स को New Caller ID Feature कब मिलेगा?
उत्तर:- 2026 की पहली तिमाही में पूरे देश भर में लागु कर दिया जायेगा.
