Bihar Bhumi Kewala Kaise Nikale 2025: बिहार के किसी भी जिले की पुरानी जमीन का केवला घर बैठे मिनटों में निकालें

Bihar Bhumi Kewala Kaise Nikale 2025: आज के समय में जमीन से जुड़े सारे काम ऑनलाइन हो गए हैं। पहले लोगों को अपनी जमीन की रजिस्ट्री कॉपी (केवला) निकालने के लिए बार-बार रजिस्ट्री ऑफिस के चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन अब बिहार सरकार ने इस प्रक्रिया को बहुत आसान बना दिया है।

अब कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल या कंप्यूटर से घर बैठे ही बिहार भूमि केवला ऑनलाइन देख सकता है और जरूरत पड़ने पर इसे डाउनलोड करके प्रिंट भी कर सकता है। अगर आसान शब्दों में बताएं तो अगर आप बिहार में जमीन खरीदते या बेचते हैं, तो केवला आपके लिए सबसे जरूरी दस्तावेज़ है। यह आपकी जमीन का मालिकाना हक साबित करता है।

पहले यह केवल ऑफिस से मिलता था, लेकिन अब बिहार सरकार ने इसे ऑनलाइन उपलब्ध करा दिया है। इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि बिहार भूमि केवला क्या होता है और आखिर इसे ऑनलाइन घर बैठे कैसे डाउनलोड किया जा सकता है।

Bihar Bhumi Kewala Kaise Nikale 2025: Highlights

विषय विवरण
आर्टिकल का नाम Old Jamin Ka Kewala Kaise Nikale 2025
प्रकार सरकारी योजना
जिम्मेदार विभाग बिहार राज्य भूमि पंजीकरण विभाग (Land Registration Department of Bihar)
दस्तावेज का प्रकार जमीन की रजिस्ट्री कॉपी (Kevala / Sale Deed)
शुल्क ₹600/-
आवेदन का तरीका ऑनलाइन (घर बैठे)

बिहार भूमि केवला (Bihar Bhumi Kewala) क्या है?

बिहार भूमि केवला को आम भाषा में “सेल डीड” (Sale Deed) या “रजिस्ट्री दस्तावेज़” भी कहा जाता है। यह एक ऐसा कानूनी कागज है, जो यह साबित करता है कि जमीन का मालिकाना हक कानूनी रूप से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को ट्रांसफर किया गया है।

जब कोई व्यक्ति जमीन खरीदता है तो उसकी रजिस्ट्री रजिस्ट्रेशन विभाग में दर्ज होती है। इस रजिस्ट्रेशन की कॉपी को ही केवला कहा जाता है। यह जमीन का असली मालिक कौन है, इसका सबसे बड़ा प्रमाण है।

बिहार भूमि केवला क्यों जरूरी है?

  • जमीन पर मालिकाना हक साबित करने के लिए
  • बैंक लोन लेने के लिए
  • जमीन की खरीद-फरोख्त के समय
  • नामांतरण की प्रक्रिया में
  • संपत्ति विवाद को सुलझाने में
  • सरकारी योजनाओं जैसे पीएम किसान सम्मान निधि या फसल बीमा योजना का लाभ लेने के लिए

Bihar Bhumi Kewala Online Kaise Nikale? (Step by Step Guide)

अब बिहार में कोई भी व्यक्ति घर बैठे ऑनलाइन जमीन का केवला (Sale Deed / रजिस्ट्री कॉपी) निकाल सकता है। इसके लिए आपको सिर्फ इंटरनेट और मोबाइल/कंप्यूटर की जरूरत होगी। नीचे पूरी प्रक्रिया दी गई है।

स्टेप 1: पोर्टल पर पंजीकरण करें

  • अपने मोबाइल या कंप्यूटर से “आधारित वेबसाइट” खोलें।
  • होमपेज पर “लॉगिन” पर क्लिक करें।
  • अगर आपका अकाउंट नहीं है, तो “User SignUp” पर क्लिक करें।
  • पंजीकरण फॉर्म में अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल और अन्य जानकारी सही-सही भरें।
  • सबमिट करने के बाद आपको यूजर आईडी और पासवर्ड मिलेगा।

स्टेप 2: पोर्टल पर लॉगिन करें

  • प्राप्त यूजर आईडी और पासवर्ड से पोर्टल में लॉगिन करें।
  • लॉगिन करने के बाद “Documents Search” या “रजिस्ट्री दस्तावेज खोजें” विकल्प पर क्लिक करें।

स्टेप 3: जमीन की जानकारी भरें

  1. अब अपनी जमीन की जानकारी सही-सही भरें:
    • रजिस्ट्रेशन ऑफिस
    • प्रॉपर्टी लोकेशन
    • मौजा
    • सर्कल
    • खाता संख्या और खसरा संख्या (अगर उपलब्ध हो)
  2. सारी जानकारी भरने के बाद “Search” बटन पर क्लिक करें।

स्टेप 4: शुल्क का भुगतान करें

  1. स्क्रीन पर आपकी जमीन की पूरी जानकारी दिखेगी।
  2. “Make Payment” पर क्लिक करें।
  3. ऑनलाइन शुल्क ₹600 का भुगतान करें।

स्टेप 5: केवला डाउनलोड करें

  1. भुगतान पूरा होने के बाद “Download Copy” पर क्लिक करें।
  2. आपका जमीन का केवला अब PDF फॉर्मेट में डाउनलोड हो जाएगा।

जरूरी दस्तावेज/ ध्यान देने वाली बातें

  • पंजीकरण के लिए यूजर आईडी और पासवर्ड
  • आधार कार्ड या कोई पहचान पत्र
  • जमीन की सटीक जानकारी (मौजा, सर्कल, खाता संख्या, खसरा संख्या)
  • जानकारी दर्ज करते समय spelling और Deed Number सही डालें।
  • अगर डिटेल्स गलत होंगी तो रिजल्ट नहीं आएगा।

Bihar Bhumi Kewala के मुख्य फायदे

1. स्वामित्व का कानूनी सबूत

केवला (Sale Deed) सबसे बड़ा सबूत होता है जो यह बताता है कि किसी जमीन का वास्तविक मालिक कौन है। बिना इस दस्तावेज़ के आप जमीन पर अपने अधिकार को साबित नहीं कर सकते है।

2. बैंक लोन लेने में सहायक

अगर आप अपनी जमीन पर बैंक से लोन लेना चाहते हैं, तो बैंक सबसे पहले केवला की कॉपी मांगता है। यह दस्तावेज़ आपके स्वामित्व को साबित करता है और लोन अप्रूव कराने में मदद करता है।

3. विवादों से सुरक्षा

कई बार जमीन को लेकर विवाद हो जाते हैं। ऐसे समय में केवला एक कानूनी प्रमाण के तौर पर काम करता है और आपके हक को साबित करने में मदद करता है।

4. खरीद-फरोख्त में आसान प्रक्रिया

जमीन खरीदने या बेचने के समय केवला की आवश्यकता होती है। यह दस्तावेज़ ही बताता है कि जमीन किसके नाम से ट्रांसफर हुई है और नया मालिक कौन है।

5. नामांतरण (Mutation) के लिए जरूरी

जमीन का नाम सरकारी रिकॉर्ड में बदलवाने के लिए केवला जरूरी होता है। बिना इसके नामांतरण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकती।

6. सरकारी योजनाओं का लाभ

किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना जैसी सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए जमीन का कानूनी दस्तावेज़ (केवला) प्रस्तुत करना पड़ता है।

7. सुरक्षित डिजिटल रिकॉर्ड

अब ऑनलाइन केवला डाउनलोड करने की सुविधा मिल गई है। इसका फायदा यह है कि दस्तावेज़ हमेशा सुरक्षित रहता है और कभी भी जरूरत पड़ने पर घर बैठे डाउनलोड या प्रिंट किया जा सकता है।

निष्कर्ष

बिहार सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए भूमि केवला ऑनलाइन सेवा शुरू की है। अब आपको अपनी जमीन का रजिस्ट्री कॉपी निकालने के लिए सरकारी दफ्तरों में भटकना नहीं पड़ेगा। केवल कुछ बेसिक जानकारी के साथ आप इसे बिहार भूमि पोर्टल से डाउनलोड कर सकते हैं।

यह न सिर्फ पारदर्शिता लाता है बल्कि समय और पैसों की भी बचत करता है। इसलिए अगर आप बिहार में जमीन के मालिक हैं और आपको अपनी रजिस्ट्री कॉपी की जरूरत है तो आप इसे आसानी से घर बैठे ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं।

Bihar Bhumi Kewala – FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

Q1. बिहार भूमि केवला (Bihar Bhumi Kewala) क्या होता है?

Ans: बिहार भूमि केवला जमीन की रजिस्ट्री कॉपी होती है। इसे सेल डीड (Sale Deed) भी कहते हैं। यह दस्तावेज साबित करता है कि जमीन किसके नाम पर है।

Q2. बिहार भूमि केवला निकालना क्यों जरूरी है?

Ans: यह दस्तावेज़ जमीन के मालिकाना हक को साबित करता है। इसके बिना आप लोन, नामांतरण (Mutation) या जमीन की खरीद-बिक्री जैसे काम नहीं कर सकते।

Q3. ऑनलाइन केवला निकालने के लिए क्या-क्या चाहिए?

Ans: आपको रजिस्ट्री नंबर, रजिस्ट्री वर्ष, जिला, अंचल और मालिक का नाम जैसी जानकारी डालनी होती है। कभी-कभी प्लॉट नंबर/खसरा नंबर की भी जरूरत पड़ सकती है।

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Nishant Singh

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